
मुंगेली:नगर में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। यातायात सुरक्षा माह के दौरान भले ही कुछ समय के लिए सख्ती बरती गई हो, लेकिन अब हालत फिर से बेकाबू हो चुके हैं। नगर के प्रमुख चौक-चौराहों और मुख्य सड़कों पर गाड़ियों का जाम लगना आम बात हो गई है।
दाऊपारा में सबसे बड़ी परेशानी
दाऊपारा क्षेत्र में हालात और भी चिंताजनक हैं। बिलासपुर आने-जाने वाली बसें बिना किसी निर्धारित स्टॉप के बीच सड़क पर ही रुक जाती हैं। यात्रियों के चढ़ने-उतरने तक बसें वहीं खड़ी रहती हैं, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो जाता है।
तेज रफ्तार राख से भरे ट्रक बने जानलेवा
राख से लदे बड़े ट्रक बिना किसी गति सीमा के सड़कों पर दौड़ते हैं। उनकी गति इतनी तेज होती है कि स्कूटी और कारें भी पीछे रह जाती हैं। इन वाहनों की सफाई और देखरेख का भी अभाव है। गंदगी के कारण नंबर प्लेट तक नहीं दिखाई देती।
दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं ये वाहन
कुछ महीने पहले आत्मानंद स्कूल के पास एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आकर एक बच्ची की जान चली गई थी। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रशासन से सवाल: कब होगी कार्यवाही?
स्थानीय नागरिकों ने सवाल उठाया है कि आखिर इन तेज रफ्तार और अव्यवस्थित वाहनों पर कब कार्रवाई की जाएगी? क्या प्रशासन किसी और बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है?

नागरिकों की मांग:
1. ट्रकों की गति सीमा तय की जाए और उसका सख्ती से पालन हो।
2. बसों के लिए निर्धारित स्टॉप बनाए जाएं।
3. सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती हो।
4. नंबर प्लेट न दिखने वाले वाहनों पर जुर्माना लगाया जाए।
नगरवासियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।