
रायपुर, 16 जून 2025 //
छत्तीसगढ़ में जारी भीषण गर्मी के बीच स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों का समय 17 जून से 21 जून तक सुबह 7:00 से 11:00 बजे तक सीमित किया गया है। लेकिन विपक्षी नेताओं और अभिभावकों ने सरकार की इस “आधी-अधूरी राहत” पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कुछ दिन पूर्व प्रदेश में पड़ रही असहनीय गर्मी को देखते हुए स्कूलों को 1 जुलाई से शुरू करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि बच्चों की सेहत से खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए और जब तक तापमान सामान्य न हो जाए, तब तक स्कूलों को बंद ही रखा जाए।
लेकिन सरकार ने मांगों को नज़रअंदाज़ करते हुए महज पाँच दिनों के लिए स्कूल समय में बदलाव किया और 23 जून से पुनः सामान्य समय पर कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया है।
अनेक पालकों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं की मांग बिल्कुल उचित थी। भीषण गर्मी में छोटे बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम से भरा है। शासन को चाहिए था कि कम से कम जून माह तक स्कूल बंद रखे जाते या ऑनलाइन व्यवस्था की जाती।

स्कूल शिक्षा विभाग ने 17 से 21 जून तक सुबह 7 से 11 बजे तक कक्षाएं संचालित करने का आदेश जारी किया है, जबकि 23 जून से कक्षाएं फिर सामान्य समय पर चलेंगी।्कूल शिक्षा विभाग ने 17 से 21 जून तक सुबह 7 से 11 बजे तक कक्षाएं संचालित करने का आदेश जारी किया है, जबकि 23 जून से कक्षाएं फिर सामान्य समय पर चलेंगी।
गर्मी में स्कूल खोलने को लेकर अब राजनीति गर्म हो गई है। जहां एक ओर कांग्रेस नेता बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की मांग कर रहे हैं, वहीं सरकार ने अपनी ओर से “सीमित राहत” देकर सिर्फ़ पांच दिनों की मोहलत दी है। सवाल यही है —
“जब गर्मी कम नहीं हुई तो स्कूल का समय फिर क्यों बढ़ा?”
“क्या 22 जून के बाद मौसम ठंडा हो जाएगा?”