
मुंगेली, 16 अगस्त – छत्तीसगढ़ की सियासत में आज एक पोस्टर ने भूचाल ला दिया। भाजपा द्वारा 13 अगस्त को संगठन विस्तार के उपरांत जारी बधाई पोस्टर में कांग्रेस के मुंगेली जिला संगठन प्रभारी व पीसीसी संयुक्त महामंत्री आलोक सिंह का फोटो छप जाने से मामला तूल पकड़ गया।

दरअसल, भाजपा ने किसान मोर्चा के नवनियुक्त अध्यक्ष के स्थान पर गलती से कांग्रेस नेता आलोक सिंह का फोटो लगा दिया। हैरानी की बात यह रही कि यह पोस्टर खुद प्रदेश सरकार के मंत्री दयालदास बघेल के सोशल मीडिया अकाउंट्स – फेसबुक और ट्विटर – से शेयर किया गया। इसके बाद कांग्रेस खेमे में गुस्से की लहर दौड़ गई।
आलोक सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा – “जो नेता मंत्री अपने पार्टी संगठन के लोगों को नहीं पहचानते, वे प्रदेश की जनता को क्या पहचानेंगे? यह कृत्य शर्मनाक है, इसके लिए मंत्री जी को माफी मांगनी चाहिए।”

जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने भी तीखा हमला बोला – “यह सिर्फ आलोक सिंह का ही मामला नहीं है, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष का फोटो भी गलत छापा गया। जब मंत्री को अपने पदाधिकारियों की पहचान नहीं, तो प्रदेश की जनता की तकलीफें कैसे जानेंगे? यह साबित करता है कि वे रबर स्टैम्प मंत्री हैं।”

पूर्व मंडी अध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रिय ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और लापरवाह घटना बताते हुए कहा – “अगर नेता अपने संगठन के पदाधिकारियों को नहीं पहचानते, तो जनता उनसे क्या उम्मीद करेगी? मंत्री को तुरंत सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”

नगर पालिका अध्यक्ष रोहित शुक्ला ने कहा
“यह कोई साधारण भूल नहीं, बल्कि भाजपा की लापरवाही और राजनीतिक असंवेदनशीलता का जीता-जागता उदाहरण है। जब सत्ता में बैठे मंत्री अपने ही संगठन के पदाधिकारियों को नहीं पहचान पा रहे, तो वे जनता की समस्याएं और उनके चेहरे क्या पहचानेंगे? यह प्रदेश की राजनीति के लिए शर्मनाक है और इस गलती पर मंत्री को तुरंत सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।”
इस गलती ने न सिर्फ भाजपा की किरकिरी कर दी है, बल्कि विपक्ष को भी एक बड़ा हमला करने का मौका दे दिया है। फिलहाल, इस मामले में मंत्री दयालदास बघेल की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।