
लोरमी कुत्ते की दुर्घटना विवाद पर समाज के पदाधिकारियों ने की प्रेस वार्ता, शांति बनाए रखने की अपील
लोरमी/मुंगेली// साल्हेघोरी गाँव में कुत्ते की दुर्घटना से उपजे विवाद को लेकर सतनामी समाज के पदाधिकारियों ने गुरुवार को प्रेस वार्ता की। इस दौरान समाज के नेताओं ने स्पष्ट किया कि सतनामी समाज किसी भी परिस्थिति में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों का समर्थन नहीं करेगा।

समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि यह घटना महज कुछ व्यक्तियों के बीच का विवाद है, इसे पूरे समाज से जोड़ना गलत है। समाज के नेताओं ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अफवाहों और भ्रामक प्रचार से दूर रहते हुए शांति बनाए रखें और प्रशासन को सहयोग दें।
लोरमी विधानसभा सतनामी समाज के अध्यक्ष तोरन खांडे ने कहा कि समाज की असली ताकत आपसी भाईचारा, सामंजस्य और शांति है। उन्होंने बताया कि पुलिस एवं प्रशासन निष्पक्ष विवेचना कर रहे हैं और समाज लगातार प्रशासन के संपर्क में है।
घेराव से समाज का कोई संबंध नहीं
समाज प्रमुखों ने साफ किया कि चिल्फी थाना घेराव की बातों का सतनामी समाज से कोई लेना-देना नहीं है। इस संबंध में समाज की ओर से न तो कोई अल्टीमेटम दिया गया है और न ही किसी प्रकार का समर्थन किया गया है।
सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार की निंदा
गौरतलब है कि इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा सतनामी समाज को जोड़ते हुए पोस्ट किए गए, जिसमें थाने के घेराव की बात कही गई थी। समाज ने ऐसी भ्रामक पोस्ट की निंदा करते हुए स्पष्ट किया कि यह समाज का आधिकारिक रुख नहीं है।
शांति और भाईचारे की अपील
समाज प्रमुखों ने कहा कि विघटन फैलाने वाले तत्वों की निंदा की जाती है और समाज केवल शांति एवं सामाजिक सौहार्द के पक्ष में खड़ा रहेगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों में न आएं।
प्रेस वार्ता में संजीत बनर्जी, रामेश्वर बंजारे, नोहर, विष्णु प्रसाद मिरी, अशोक सोनवानी, शिव प्रसाद जांगड़े, नरेंद्र मिरी, नरेश पाटले, फणीश्वर पाटले सालिकराम बंजारे सहित समाज के अन्य पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।