
मुंगेली। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं। अनिश्चितकालीन हड़ताल के 23वें दिन मंगलवार को कर्मचारियों ने आगर खेल परिसर से रैली निकालकर पुलघाट आगर नदी में जल सत्याग्रह किया। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आक्रोश प्रकट किया।

हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अब तक केवल आश्वासन दिए हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। संघ के जिलाध्यक्ष पवन निर्मलकर ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार “मोदी की गारंटी” को लागू करने में विफल रही है। चुनावी घोषणा पत्र में संविदा कर्मचारियों को 100 दिनों के भीतर नियमित करने का वादा किया गया था, लेकिन 20 महीनों और 160 से अधिक ज्ञापन देने के बाद भी कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है।

कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे विधानसभा घेराव के साथ ही मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर उग्र प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस निर्णय चाहिए।
एनएचएम संघ के पदाधिकारियों डॉ. शशांक, डॉ. वाद्यकार, डॉ. पाण्डेय और डॉ. भास्कर ने बताया कि कर्मचारियों का गुस्सा चरम पर पहुंच चुका है। सरकार ने यदि समय पर सुनवाई नहीं की तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
बता दें कि प्रदेशभर में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 18 अगस्त से लगातार हड़ताल पर हैं। बुधवार को कर्मचारी “आपने बनाया है तो संवारोगे कब” थीम पर सवाल रैली निकालते हुए जिला भाजपा कार्यालय के सामने भी प्रदर्शन करेंगे।