
मुंगेली। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा कर्मचारियों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले एक महीने से हड़ताल पर डटे कर्मचारियों ने मंगलवार को रायपुर के तुता में आयोजित राज्य स्तरीय जेल भरो आंदोलन में बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस आंदोलन में मुंगेली जिले से भी भारी संख्या में संविदा स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए और जमकर नारेबाजी की।

कर्मचारी संगठन ने सरकार पर दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। हाल ही में स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी आदेश में हड़ताल पर न लौटने वाले कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने और नई भर्ती की बात कही गई थी। इसी आदेश के विरोध में कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया।

कर्मचारियों का कहना है कि बीते 20 वर्षों से उन्हें केवल मौखिक आश्वासन दिए जा रहे हैं, लेकिन अब वे लिखित आदेश और ठोस समाधान चाहते हैं। उनकी प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, ग्रेड पे, वेतनमान और सेवा सुरक्षा शामिल हैं। संगठन ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन और तेज किया जाएगा।
जेल भरो आंदोलन में मुंगेली जिले से अमित दुबे, पवन निर्मलकर, जितेंद्र गौचंद, हेमंत मिश्रा, रितेश मिश्रा, डॉ. शशांक उपाध्याय, डॉ. रुपेश जायसवाल, रुखमनी, संगीता, दिव्या, खुशबू, केनेडी पौलुस, सुमेध कूजूर, जोहान सप्रे, प्रणय, कमलेश मनहर, वीरेंद्र बंजारे, उमेश्वरी नेताम, गोविंद, विनोद देवांगन, सुनीता सिंह, देवी समेत बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।
सरकार के 16 सितंबर तक काम पर लौटने के अल्टीमेटम को कर्मचारियों ने खारिज कर दिया है। इससे स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो चुकी हैं। अब आंदोलन के लंबे खिंचने से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर असर पड़ने लगा है।