
8 जुलाई 2025 | मुंगेली जिले में आज एक बार फिर भ्रष्टाचार पर करारी चोट करते हुए एसीबी (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ने बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। जिले के बीएमओ कार्यालय में पदस्थ अकाउंटेंट बृजेश सोनवानी को 54,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे पूरे जिले में हड़कंप मच गया।
शिकायत से गिरफ़्तारी तक का घटनाक्रम
ग्राम फंदवानी निवासी ललित सोनवानी, जो हाल ही में स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, ने 5 जुलाई को एसीबी बिलासपुर इकाई में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, सेवानिवृत्त लाभ जैसे ग्रेच्युटी आदि की प्रक्रिया पूरी करवाने के एवज में अकाउंटेंट बृजेश सोनवानी द्वारा 61,000 रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी।
ललित सोनवानी की इस शिकायत का एसीबी द्वारा सत्यापन किया गया, जिसमें पुष्टि हुई कि आरोपी ने पहले ही 7,000 रुपए ले लिए हैं। इसके बाद एसीबी ने ट्रैप की योजना बनाई।
ढाबे पर पकड़ा गया रिश्वतखोर
आज 8 जुलाई को शिकायतकर्ता को शेष 54,000 रुपए के साथ भेजा गया। जैसे ही आरोपी ने यह रकम तखतपुर के रियांश होटल के पास स्थित एक ढाबे में प्राप्त की, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। मौके से रिश्वत की राशि भी बरामद की गई है।
फिलहाल आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
7 महीने में छठी कार्रवाई
एसीबी की इस ताज़ा कार्यवाही ने जिले में प्रशासनिक हलकों में खलबली मचा दी है। गौरतलब है कि मुंगेली जिले में पिछले 7 महीनों में यह छठी कार्रवाई है। इससे पहले भी शिक्षा, राजस्व, पुलिस और विद्युत विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को एसीबी द्वारा रिश्वत लेते पकड़ा जा चुका है।