
बीजापुर (Chhattisgarh Crime News)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। अभी हमलावरों का पता नहीं चला है, लेकिन माना जा रहा है कि यह नक्सलियों की हरकत है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले ही केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात कर नक्सली घटनाएं कम होने की जानकारी दी हैं।
दो पूर्व सरपंच के बाद ये नक्सलियों द्वारा ये तीसरी हत्या
11 लाख का पांच नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
: इस बीच, बीजापुर से ही खबर है कि जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 11 लाख के इनामी पांच नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इसमें संतू कोड़मे पीएलजीए सदस्य गंगालूर डिवीजन में कंपनी नम्बर 2 के सदस्य के पद पर था।
: पायकू पूनेम सीएनएम गंगालूर एरिया कमेटी सदस्य, गुडडू हपका सीएनएन सदस्य गंगालूर एरिया कमेटी, सोमारू माड़वी नेशनल पार्क एरिया पीएलजीए सदस्य, भीमा कश्यप बरसेपाल कुतुल आरपीसी सदस्य रूप में काम करते रहे।
: इन नक्सलियों पर पुलिस पार्टी फायरिंग, सड़क खोदने, आईईडी लगाने, विस्फोट करने, हत्या जैसे विभिन्न साजिशों को अंजाम देने का आरोप है। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें 25-25 हजार रुपये नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया।
जवानों ने कैंप पर नक्सलियों के हमले को नाकाम किया
बीजापुर से मिली एक अन्य जानकारी के मुताबिक, पामेड़ थाना क्षेत्र के जीड़पल्ली–2 में दो दिन पहले खोले गए नये कैंप में गुरुवार की रात नक्सलियों की बटालियन नंबर-एक के हमले को सुरक्षा बल के जवानों ने शौर्य और साहस दिखाते हुए नाकाम कर दिया। नक्सलियों की सबसे ताकतवर बटालियन के 200 से अधिक नक्सलियों ने नवस्थापित जीड़पल्ली-2 सुरक्षा कैंप में गुरुवार की रात हमला किया था।
सुरक्षा कैंप पर बैरेल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) व अत्याधुनिक हथियारों से चार घंटे तक गोलीबारी की गई। सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सली हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली वहां से भागने पर मजबूर हो गए।