
रायपुर। दक्षिण का रण और भी रोचक होता जा रहा है। हालात इस कदर हैं कि टिकट की घोषणा के बाद दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में अंतर्कलह की शुरुआत हो चुकी है। इस बार यह संघर्ष केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसमें पार्टी में एकजुब्ता की कमी भी साफ देखी जा रही है। इसका स्पष्ट उदाहरण भाजपा में देखने को मिल रहा हैं।

सुनील सोनी को प्रत्याशी बनाए जाने पर इस नेता ने दिया इस्तीफा
वहीं दूसरी ओर, भाजपा में भी स्थिति कुछ अलग नहीं है। रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए सुनील सोनी को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संदीप तिवारी ने अपने विरोध के संकेत देते हुए सोशल मीडिया पर इस्तीफा पोस्ट कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि वे जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर मीडिया के सामने अपने विचार रखेंगे। इस प्रकार की गतिविधियां यह दिखाती हैं कि पार्टी के भीतर भी असंतोष बढ़ रहा है, जो चुनावी लड़ाई को और भी दिलचस्प बना रहा है।
कांग्रेस के सभी दावेदार नामांकन रैली में पहुंचे
कांग्रेस की ओर से आकाश शर्मा को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए बैठक बुलाई थी। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से टिकट के तीनों दावेदारों ने बैठक में शामिल होने से परहेज किया। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी ओर से कुछ पोस्ट भी देखी गईं, जिसमें उन्होंने अपनी असहमति जताई। हालांकि, गुरुवार को नामांकन रैली में सभी दावेदार अपने-अपने क्षेत्र से कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे, जो इस बात का संकेत है कि वे अपनी पार्टी को जीत दिलाने में आकाश शर्मा का साथ देंगे ।
अब देखना यह है कि क्या भाजपा इस्तीफे के दौर को रोकने में सफल होती हैं या नहीं।


