
मुंगेली।भारत सरकार के “नशा मुक्त भारत पखवाड़ा” और “ऑपरेशन बाज” के तहत मुंगेली पुलिस को मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन में एक अंतरराज्यीय ड्रग्स नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने ब्राउन शुगर के मुख्य सरगना करन बिंद को बिहार के सासाराम से गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने आरोपी करन बिंद के पास से 01 देशी पिस्टल, 02 मैगजीन, 11 जिंदा कारतूस और 02 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
पहले दो आरोपी मुंगेली से पकड़े गए
मुंगेली के रामगोपाल तिवारी वार्ड (पुलपारा) स्थित सामुदायिक भवन के सामने दिनांक 18 जून 2025 को लक्की उर्फ अवि पाठक (22) और दीपक विश्वकर्मा (20) को 30 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया गया था। बाजार में इसकी कीमत लगभग 1.5 लाख रुपये आंकी गई थी। प्रारंभिक पूछताछ और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर खुलासा हुआ कि दोनों आरोपी यह मादक पदार्थ बिहार के सासाराम निवासी करन बिंद से मंगवाते थे।
बिहार से पकड़ना था बड़ी चुनौती
पुलिस अधीक्षक पटेल द्वारा इंड-टू-इंड कार्रवाई के निर्देश पर पुलिस की विशेष टीम को बिहार रवाना किया गया। वहाँ मुख्य आरोपी करन कुमार बिंद को दबोच लिया गया। वह नया बस स्टैंड, बनरसिया, थाना मुफ्फसिया, जिला रोहतास (बिहार) का निवासी है। आरोपी को जब गिरफ्तार किया गया, उस वक्त उसके पास से हथियार और कारतूस भी मिले, जो यह दर्शाता है कि वह एक खतरनाक अपराधी है।
पुलिस टीम का शानदार समन्वय

इस पूरी कार्रवाई में थाना सिटी कोतवाली के प्रभारी उपनिरीक्षक गिरीजाशंकर यादव, साइबर सेल प्रभारी सुशील कुमार बंछोर, उनि. नंदलाल पैकरा, सउनि. ईश्वर सिंह राजपूत सहित आरक्षक रवि जांगड़े, भेषज पाण्डेकर, महेन्द्र सिंह ठाकुर, विकास ठाकुर, रामकिशोर कश्यप व बसंत डाहिरे की अहम भूमिका रही।
जिला प्रशासन सतर्क, ड्रग नेटवर्क पर बड़ा प्रहार

यह कार्रवाई न केवल ब्राउन शुगर के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक बड़ी सफलता है, बल्कि नशे के कारोबारियों के खिलाफ प्रशासन की “जीरो टॉलरेंस पॉलिसी” का प्रमाण भी है। जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को लेकर आम जनता ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है।
👉 अब सवाल यह है कि क्या करन बिंद जैसे बड़े तस्करों से जुड़े अन्य नाम भी जल्द उजागर होंगे? क्या ब्राउन शुगर का ये नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त किया जा सकेगा?