
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का कहर: भाजपा नेता की हत्या, अमित शाह करेंगे नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा
फरसेगढ़, छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। बीती रात सुकमा जिले के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के सोमनपल्ली गांव में नक्सलियों ने भाजपा नेता मंडोराम की धारदार हथियार से हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार, नक्सली देर रात नेता के घर में घुसे और उन पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
यह घटना राज्य में नक्सलियों द्वारा भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाए जाने की हालिया घटनाओं की कड़ी में जुड़ गई है। इससे पहले, नक्सलियों ने दो पूर्व सरपंचों की भी हत्या कर दी थी।
अमित शाह का दौरा: नक्सल प्रभावित इलाकों में बढ़ेगा सुरक्षा का भरोसा
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 14 से 16 दिसंबर तक छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे। अपने प्रवास के दौरान वह बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। खास बात यह है कि अमित शाह कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा और देवा बारसे के गांव पूवर्ती भी जाएंगे।
पूवर्ती गांव, जो सुकमा-बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित है, कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। कई सालों तक इस गांव में नक्सलियों की अनुमति के बिना प्रवेश पर प्रतिबंध था। हालांकि, अब स्थिति बदल रही है। राज्य सरकार की “नियद नेल्लानार योजना” के तहत यहां के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं और सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
हिड़मा के गढ़ में शाह का दौरा: जवानों से मिलेंगे, ग्रामीणों से संवाद करेंगे
अमित शाह के दौरे का एक अहम मकसद सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाना और बलिदानी जवानों के परिजनों से मुलाकात करना है। वह सुकमा और बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित जगरगुंडा क्षेत्र के पूवर्ती गांव का दौरा करेंगे, जो सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 120 किमी दूर है। इस गांव में 2021 में कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा के नेतृत्व में हुए हमले में 23 जवान शहीद हो गए थे।
सुरक्षा बल की कार्रवाई से नक्सलियों का दबदबा टूटा
पूवर्ती गांव के करीब 3-4 किमी पहले टेकलगुड़म गांव है, जहां हाल ही में सुरक्षा बल ने कैंप स्थापित किया है। जनवरी 2024 के अंतिम सप्ताह में इस कैंप के शुरू होने के दिन ही नक्सली कमांडर देवा बारसे ने हमला कर तीन जवानों की हत्या कर दी थी। इसके जवाब में सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए दो नक्सलियों को ढेर कर दिया था।
वर्तमान में, सुरक्षा बल की उपस्थिति और सरकारी योजनाओं के सक्रिय क्रियान्वयन के कारण स्थिति सामान्य हो रही है। अब यहां ग्रामीणों का सरकार पर भरोसा बढ़ा है, लोग स्वास्थ्य शिविरों का लाभ ले रहे हैं और बच्चे स्कूल जाने लगे हैं।
कौन हैं हिड़मा और देवा बारसे?
1. हिड़मा: नक्सलियों की सैन्य इकाई “पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA)” का प्रमुख कमांडर है। हिड़मा ने कई बड़े नक्सली हमलों का नेतृत्व किया है, जिनमें 2021 का सुकमा-बीजापुर एंबुश भी शामिल है, जिसमें 23 जवान शहीद हुए थे।
2. देवा बारसे: हिड़मा का करीबी और स्थानीय नक्सली कमांडर, जो अक्सर टेकलगुड़म और जगरगुंडा क्षेत्र में सक्रिय रहता है। देवा बारसे ने हाल ही में सुरक्षा बल के कैंप पर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हुए थे।
ग्रामीणों में बढ़ा भरोसा, बच्चों की शिक्षा में सुधार
कभी नक्सलियों के कब्जे में रहे पूवर्ती और टेकलगुड़म जैसे गांवों में अब सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने लगा है। स्वास्थ्य शिविर और शिक्षा के माध्यम से ग्रामीणों का सरकार और सुरक्षा बलों पर भरोसा बढ़ा है। यहां के बच्चे अब स्कूल जा रहे हैं और उज्ज्वल भविष्य का सपना देख रहे हैं।
अमित शाह के दौरे से सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ने और सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की उम्मीद की जा रही है। यह दौरा न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि नक्सलियों के दबदबे वाले इलाकों में शांति स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम भी साबित हो सकता है।
