
रायपुर:छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बड़ी राहत मिली है। रायपुर की सीबीआई विशेष अदालत ने मंगलवार को उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि भूपेश बघेल के खिलाफ मुकदमा चलाने का कोई ठोस आधार नहीं है।
भूपेश बघेल ने कहा- सत्यमेव जयते
अदालत के फैसले के बाद भूपेश बघेल ने X पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा— “सत्यमेव जयते।”
क्या था मामला?
यह पूरा मामला वर्ष 2017 में सामने आया था, जब छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री राजेश मूणत से जुड़ी एक कथित सेक्स सीडी सार्वजनिक हुई थी। इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया था।
आरोप था कि सीडी के माध्यम से मंत्री मूणत की छवि खराब करने की साजिश रची गई। बाद में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया, जिसने भूपेश बघेल सहित छह लोगों को आरोपी बनाया था।
सीबीआई के आरोपों पर सवाल
सीबीआई की चार्जशीट में दावा किया गया था कि यह सीडी मुंबई की एक एडिटिंग लैब में 1 लाख रुपये देकर तैयार कराई गई। जांच में यह भी सामने आया कि इस साजिश का मास्टरमाइंड भाजपा नेता कैलाश मुरारका थे।
राजनीतिक समीकरण भी बदले
इस कांड के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राजेश मूणत हार गए, जबकि भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने।
विनोद वर्मा को बघेल सरकार में सलाहकार नियुक्त किया गया।
2023 में भूपेश बघेल सत्ता से बाहर हुए, और राजेश मूणत फिर विधायक बने।
अब सीबीआई की जांच पर उठे सवाल
भूपेश बघेल के सभी आरोपों से बरी होने के बाद, सीबीआई की जांच को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह मामला अब राजनीतिक और कानूनी दोनों ही दृष्टिकोण से चर्चाओं में बना रहेगा।