
मुख्यमंत्री का सख्त रुख:
छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के चलते बड़ा हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने राजनांदगांव जिले की पूरी भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है।
आरोपों की गूंज:
फिजिकल टेस्ट में अंकों में हेरफेर और भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। पुलिस ने लालबाग थाने में अज्ञात आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराई थी।
दोषियों पर कड़ा प्रहार:
अब तक दो आरक्षक, दो कंप्यूटर ऑपरेटर और एक अभ्यर्थी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, इस मामले में एक संदिग्ध आरक्षक अनिल रत्नाकर ने 21 दिसंबर को आत्महत्या कर ली।
पुलिस भर्ती में बड़ा घोटाला?
राजनांदगांव जिले में 16 नवंबर से शुरू हुई पुलिस भर्ती प्रक्रिया पर 63 हजार से अधिक अभ्यर्थियों की उम्मीदें टिकी थीं। गड़बड़ी का पर्दाफाश होने के बाद पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं।
सरकार का संदेश:
मुख्यमंत्री ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा होगी।
राज्यभर में चर्चा:
इस मामले ने प्रदेश में खलबली मचा दी है। लोग सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं कि क्या यह कार्रवाई पुलिस भर्ती में सुधार का नया रास्ता खोलेगी।