रायपुर: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने स्पेशल कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनकी पेशी कराई, जिसके बाद कोर्ट ने उनकी न्यायिक रिमांड 4 मार्च तक बढ़ा दी।
विधानसभा सत्र में शामिल होने की मांग पर कोर्ट का फैसला 20 फरवरी को
पेशी के दौरान कवासी लखमा ने विधानसभा सत्र में शामिल होने की अनुमति मांगी, जिस पर ईडी ने आपत्ति जताई। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने कहा कि यदि विधानसभा में कोई महत्वपूर्ण वोटिंग या सवाल-जवाब का सत्र होता है, तो उसकी जानकारी दी जानी चाहिए। इस पर कोर्ट ने 20 फरवरी को फैसला सुनाने की बात कही है।
21 जनवरी से जेल में हैं लखमा
ईडी ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 7 दिन की कस्टोडियल रिमांड में पूछताछ हुई और फिर 21 जनवरी से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। कोर्ट पहले 18 फरवरी तक रिमांड बढ़ा चुकी थी और अब इसे 4 मार्च तक बढ़ा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
छत्तीसगढ़ में हुए 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में ईडी लगातार जांच कर रही है। इस मामले में कई अधिकारियों और नेताओं से पूछताछ हो चुकी है। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर आरोप है कि वे इस घोटाले में शामिल थे और महत्वपूर्ण साक्ष्य उनके खिलाफ मिले हैं।