
मुंगेली/छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला स्तरीय निगरानी समिति के द्वारा धान खरीदी केन्द्र में जाकर वस्तु स्थिति का जायजा लेने हेतु निर्देशित किया है जिसको लेकर धान खरीदी केंद्रों में कांग्रेस की टीम ने छापामार जांच करने उपरांत प्रेस वार्ता कर खुलासा किया ।
राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना में से एक किसानों से धान खरीदी करना होता है जिसमें प्रत्येक केंद्र के लिए गाइड लाइन जारी होता है जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार पिछले 14 नवंबर से किसानों से धान खरीदने का काम कर रही है प्रायः प्रदेश के सभी जिलों में धान खरीदी किया जा रहा है जिसमें किसानों से एक बोरी में 40 किलो के अनुपात से धान खरीदना है बरदाना का अलग से वजन 700 ग्राम निर्धारित किया गया है दोनों को मिलाकर 40.700 ग्राम धान लेना है
इसी की जांच करने जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रि ,शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा मीडिया टीम के साथ जिले के कुछ धान खरीदी केंद्रों में जाकर जायजा लिया , जांच में पाया कि खरीदा हुआ धान अलग अलग वजन का पाया गया । कहीं 41.500 kg तो कहीं 41. 300kg इसी तरह से हर खरीदी केन्द्र में अलग अलग वजन पाया गया किसी भी केंद्र में 41किलो से नीचे नहीं पाया गया जबकि राज्य सरकार की गाइड लाइन में धान खरीदने का मानक अलग है ऐसे ही बारदाना की स्थिति का पता लगाया इसमें भी गाइड लाइन के विपरीत खरीदा जा रहा है केंद्रों के प्रभारियों ने बताया कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में बारदाना नहीं होने की स्थिति में किसानों से 50 =50 के रेशियो से धान ले रहे हैं मतलब आधा बारदाना समिति के द्वारा दिया जा रहा है और आधा किसान ख़ुद ला रहे हैं तभी किसान का धान खरीदा जा रहा है जबकि राज्य सरकार के गाइड लाइन में ऐसा कहीं उल्लेख नहीं है
सोचने वाली बात यह है कि ऐसे अव्यवस्था कौन निर्देशत करवा रहा है? समिति प्रभारी या जिला प्रशासन ? जबकि प्रत्येक खरीदी केन्द्र के लिए प्रशासन के द्वारा एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ऐसा लगता है कि नोडल अधिकारी को राज्य सरकार का गाइड लाइन की या तो जानकारी नहीं है या किसानों को जानकर छला जा रहा है। आखिर किसके निर्देश पर केंद्र प्रभारी किसानों से अधिक मात्रा में धान ले रहें है इससे किसान अपने आप को ठगी महसूस कर रहा है

प्रेस वार्ता में आत्मा सिंह क्षत्रिय, चंद्रभान बारमत्ते, थानेश्वर साहू, संजीत बनर्जी, स्वतंत्र मिश्रा, दिलीप बंजारा, जैतराम खांडे, अभिलाष सिंह, श्री ठाकुर, नवनीत शुक्ला, रमेश राजपूत,कालेश्वर गर्ग,अजय साहू,नीरज यादव, अलीम मिर्ज़ा, लक्ष्मी ग्रीतलहरे, राजेंद्र यादव, महीतोश बंजारा एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

