
मुंगेली।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर मंगलवार को जिला मुख्यालय के कलेक्टर परिसर में सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी एकजुट होकर पहुंचे और 11 सूत्रीय मांगों को लेकर रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया।
जिला उप संयोजक अवधेश शुक्ला ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि “प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए मोदी की गारंटी अनुसार केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता दिया जाए। जुलाई 2019 से लंबित महंगाई भत्ते की एरियर राशि जीपीएफ में समायोजित की जाए। पिगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर लागू की जाए। चार स्तरीय समयमान वेतनमान 8, 16, 24 और 30 वर्ष की सेवा के बाद लागू किया जाए।”

उन्होंने आगे कहा कि “कर्मचारियों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा, अनुकंपा नियुक्ति, 300 दिन अर्जित अवकाश नगदीकरण, पूर्ण पेंशन नीति, सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष और संविदा/दैनिक वेतन कर्मचारियों का नियमितीकरण तत्काल लागू होना चाहिए।”
अवधेश शुक्ला ने चेतावनी दी कि “यदि 22 अगस्त 2025 तक हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो 22 अगस्त को पूरे प्रदेश के कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर उग्र आंदोलन करेंगे।”

इसके बाद रैली कलेक्टर परिसर से होते हुए तहसील कार्यालय पहुँची, जहाँ नायब तहसीलदार दिलीप खान्डे को ज्ञापन सौंपा गया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे –
जिला संयोजक जे. एस. ध्रुव, शिक्षक फेडरेशन के जिला अध्यक्ष आर. के. वैष्णव, तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष बिन्दु भास्कर, पेंशनर संघ से सईद खान, शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अत्रिप्रताप सिंह, लिपिक संघ के जिला अध्यक्ष रिजवी जी, अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. आई. पी. यादव, प्रधान पाठक संघ से दिनेश निर्मलकर, के. पी. घिडोरे, लक्ष्मीकांत जडेजा, किशन चंद वारे, जिला सचिव कृष्ण कुमार वर्मा, जिला प्रवक्ता फूलचंद यादव, तहसील अध्यक्ष पी. एल. दिवाकर, जे. पी. साहू, प्रविण मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, अरविंद पाण्डेय, अश्वनी बन्जारे, भोलादेव ध्रुव, डी. डी. मानिकपुरी, हीरा प्रसाद चतुरगोष्टी, अनिल कुमार, ए. एल. त्रिलोकी, पी. एल. पांडेय सहित अन्य सैकड़ों कर्मचारी शामिल रहे।