
करोड़ों की योजनाओं में मुंगेली के सामुदायिक भवन को जगह क्यों नहीं?

मुंगेली नगर पालिका परिषद क्षेत्र में 3678.66 लाख रुपये की लागत से विकास योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जाएगा। इनमें सड़कों, पुलों और सार्वजनिक संरचनाओं के निर्माण कार्य शामिल हैं। लेकिन मुंगेली का एकमात्र सामुदायिक भवन, जहाँ शहर के छोटे-बड़े सभी कार्यक्रम होते हैं, जर्जर स्थिति में होते हुए भी विकास योजनाओं से बाहर रह गया।
स्थानीय जनता की अपेक्षा:
शहरवासियों को उम्मीद थी कि इन विकास परियोजनाओं में सामुदायिक भवन के पुनर्निर्माण या मरम्मत को भी प्राथमिकता दी जाएगी। लेकिन भवन की अनदेखी ने नागरिकों में नाराजगी पैदा कर दी है।
जनहित में आवाज:

सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड की पार्षद श्रीमती मोना नागरे ने इस जर्जर सामुदायिक भवन का मुद्दा जनहित में उठाया है। उन्होंने नगरवासियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन से सामुदायिक भवन के पुनर्निर्माण या मरम्मत की मांग की है। उनका कहना है कि यह भवन शहर के कार्यक्रमों और सामुदायिक गतिविधियों का केंद्र है, जिसका नवीनीकरण बेहद जरूरी है।
प्रश्न प्रशासन से:
क्यों करोड़ों की स्वीकृतियों में इस जर्जर भवन को शामिल नहीं किया गया? यह सवाल अब नगरवासियों के बीच गहराता जा रहा है। नगरवासियों का कहना है कि यह भवन नगर के सामुदायिक जीवन के केंद्र में है और इसे सुरक्षित और आधुनिक बनाना जरूरी है।
निष्कर्ष:
मुंगेली की जनता ने प्रशासन से अपील की है कि सामुदायिक भवन के पुनर्निर्माण या मरम्मत को तुरंत प्राथमिकता में शामिल किया जाए। इस महत्वपूर्ण भवन का नवीनीकरण शहरवासियों के लिए विकास का असली प्रतीक होगा।