
रायपुर: छत्तीसगढ़ में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस कार्रवाई में निलंबित डीएफओ अशोक पटेल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग आनंद सिंह और शिक्षा विभाग के अधिकारी श्याम सुंदर चौहान सहित कई अन्य अधिकारी जांच के दायरे में आए हैं।
14 ठिकानों पर एक साथ छापे
ईओडब्ल्यू की करीब 13 टीमों ने रायगढ़, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा सहित 14 से अधिक स्थानों पर तड़के 4 बजे से छापेमारी शुरू की। दो गाड़ियों में आए 7 से 8 अधिकारियों की टीमों ने संबंधित अधिकारियों के घर और कार्यालयों की तलाशी ली।
बड़ी मात्रा में नगदी और दस्तावेज जब्त
छापेमारी के दौरान अधिकारियों के ठिकानों से बड़ी मात्रा में नगदी, कीमती जेवरात और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप हैं।
सुकमा डीएफओ अशोक पटेल पहले ही हो चुके हैं निलंबित
सुकमा के डीएफओ अशोक पटेल को हाल ही में सरकार ने निलंबित किया था। निलंबन के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने उनके खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी और उनके ठिकानों पर छापेमारी की।
प्रदेशभर में मचा हड़कंप
ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। सरकार और जांच एजेंसियों की सख्ती से अधिकारियों में खलबली मची हुई है। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी को लेकर उच्च अधिकारियों से पहले ही दिशा-निर्देश लिए गए थे, जिसके बाद यह बड़ा कदम उठाया गया।
ईओडब्ल्यू की टीमें अभी भी जांच में जुटी हुई हैं और जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना है।
