
मुंगेली। संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाओं का असर उनके अनुयायियों के जीवन में साफ दिखाई देता है, जहां वे निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा के कार्यों में लगे हैं। इसी कड़ी में, संत रामपाल जी महाराज के सत्संग से प्रेरणा लेते हुए, सुनील साहू और दिनेश साहू ने जिला अस्पताल मुंगेली में भर्ती भगवती साहू और सूरज सत्यम को रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया।
संत रामपाल जी महाराज सत्संगों में बताते हैं कि “किसी की मदद करना परम धर्म है।” इसी शिक्षा को आत्मसात करते हुए उनके अनुयायी लगातार समाज के जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहे हैं।
जीवन बदल देने वाली शिक्षाएं:
संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाएं केवल उपदेश नहीं, बल्कि जीवन बदल देने वाली सच्चाइयां हैं। उनके मार्गदर्शन में लाखों लोगों के भीतर करुणा, समानता और भाईचारे की भावना को मजबूत किया गया है। यही कारण है कि आज उनके अनुयायी हर क्षेत्र में निःस्वार्थ भाव से सेवा कार्यों में जुटे हैं।
विभिन्न सेवा कार्य:
* अन्नपूर्णा मुहिम: संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी असहाय, बेसहारा और गरीब परिवारों को राशन, कपड़ा, शिक्षा, चिकित्सा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करा रहे हैं।
* सामाजिक कार्यक्रम: उनके सानिध्य में साल में छह बार दहेज मुक्त विवाह, रक्तदान शिविर और देहदान शिविर जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
* आपदा में निःस्वार्थ सेवा: हाल ही में हरियाणा में आई बाढ़ के दौरान, संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने आपदा में फँसे लगभग 200 ग्रामों की मदद की। इस दौरान उन्होंने करोड़ों रुपए मूल्य के 20 एचपी मोटर, 8 इंची पाइप, स्टार्टर और तार निःशुल्क पहुँचाकर नि:स्वार्थ भाव से सेवा की। इस सेवा कार्य को SA NEWS Channel पर भी देखा जा सकता है।
संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों का यह कार्य दर्शाता है कि सच्ची भक्ति केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना भी इसमें शामिल है।