
मुंगेली। राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत जिले के सभी विद्यालयों में सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन किया गया। बुधवार को जिले के प्रत्येक शाला में इस अंकेक्षण का कार्य संपन्न हुआ।
✅ मुख्य बातें:
सामाजिक अंकेक्षण का कार्य जिला परियोजना अधिकारी / जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन एवं जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशानुसार किया गया।

आडिट टीम ने शासकीय प्राथमिक शाला नुनियाकछार का भी मूल्यांकन किया।
टीम लीडर अधिकारी पुष्पा देवी साहू, राजू सिंह मार्को एवं शैक्षिक समन्वयक नेमीचंद भास्कर ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों की रैंकिंग तय करना और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
विद्यार्थियों के अध्ययन–अध्यापन में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
छात्रों का 20 विभिन्न प्रकार के प्रश्नों पर आकलन किया गया।
शिक्षक दुर्गेश देवांगन ने कहा कि यह केवल औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि बच्चों की शिक्षा की वास्तविक स्थिति जानने और उसे सुधारने का सुनहरा अवसर है।

👥 इस टीम में शामिल प्रमुख सदस्य:
शाला ग्राम सरपंच विनय कुमार बंजारे
शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष महेंद्र निषाद
पंच प्रतिनिधि बिहारी यादव एवं प्रेम डाहिरे
वरिष्ठ बुजुर्ग एवं भूतपूर्व सैनिक ईश्वर सिंह ठाकुर
महिला स्व सहायता समूह, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पालकगण, शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं ग्रामवासी।
📌 उद्देश्य:
इस अभियान का लक्ष्य न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना है, बल्कि समुदाय को विद्यालयों की प्रगति में सहभागी बनाना भी है। बच्चों की उपलब्धियों में सुधार के साथ-साथ स्कूलों का कायाकल्प भी इस योजना के तहत सुनिश्चित किया जाएगा।
✨ सामाजिक अंकेक्षण: शिक्षा सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम