
📍 मुंगेली में बाढ़ एवं आपदा से बचाव को लेकर प्रशासन सतर्क
📍 मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु व्यापक दिशा-निर्देश जारी
मुंगेली, 04 जुलाई 2025 // बरसात के मौसम में संभावित बाढ़ एवं आपदा की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने संबंधित विभागों को आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि संभावित आपदा की स्थिति में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने सभी वर्षामापक केन्द्रों में यंत्रों का संधारण सुनिश्चित करने, दूरस्थ व पहुंचविहीन क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के दौरान आवश्यक खाद्य सामग्री, नमक, कैरोसिन इत्यादि का भंडारण करने के निर्देश दिए हैं। प्रतिवर्ष बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने तथा आवश्यकतानुसार राहत शिविर की व्यवस्था करने के साथ ही प्रशिक्षित जवानों की तैनाती और उपकरणों के साथ तत्काल रवाना करने की व्यवस्था करने को कहा गया है।
शहरी क्षेत्रों में नाले-नालियों की निरंतर सफाई, जल निकासी व्यवस्था सुदृढ़ रखने और जल भराव वाले स्थानों पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मौसमी बीमारियों से बचाव पर विशेष ध्यान
कलेक्टर ने डायरिया, मलेरिया, डेंगू, खांसी, सर्दी और बुखार जैसी मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता, महामारी संभावित क्षेत्रों में दवाओं की अग्रिम आपूर्ति, हैंडपंप, कुएं, नल-जल योजनाओं का क्लोरीनेशन और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा, जन-जागरूकता के तहत दीवार लेखन द्वारा स्वास्थ्य संदेश देने, साफ एवं गर्म पानी पीने, भोजन से पहले हाथ धोने जैसी आदतों को अपनाने की समझाइश देने के भी निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन द्वारा 24×7 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही, ब्लॉक स्तर पर रैपिड रिस्पॉन्स और कॉम्बैट टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा भी प्राथमिकता में
कलेक्टर ने दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाली उन गर्भवती महिलाओं को, जिनकी प्रसव तिथि 15 दिन के भीतर है, समय रहते संस्थागत प्रसव हेतु एम्बुलेंस से अस्पताल लाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।