
भोजराम पटेल के मार्गदर्शन में मुंगेली पुलिस का सराहनीय प्रयास—120 विद्यार्थियों ने जाना कानून, नशामुक्ति और जीवन मूल्यों का महत्व
मुंगेली, 11 अगस्त।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में चल रहे “पहल” अभियान ने आज एक और मील का पत्थर स्थापित किया। जिले के 12 स्कूलों के 120 विद्यार्थियों को पुलिस थाना, कंट्रोल रूम, सायबर सेल, पुलिस कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय और जिला न्यायालय का भ्रमण कराकर न केवल कानून और न्याय व्यवस्था की जानकारी दी गई, बल्कि जीवन में अनुशासन, नशामुक्ति और साइबर सुरक्षा के महत्व से भी अवगत कराया गया।

इस जागरूकता कार्यक्रम में जिले के 12 स्कूलों के छात्र-छात्राएँ शामिल हुए —

1. पीएमश्री सेजेस स्कूल दाउपारा मुंगेली
2. पीएमश्री बी.आर. साव स्कूल मुंगेली
3. शासकीय कन्या स्कूल मुंगेली
4. शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय करही
5. आगर उच्च माध्यमिक विद्यालय मुंगेली
6. रेम्बो मेमोरियल स्कूल मुंगेली
7. कस्तुरबा हाई स्कूल मुंगेली
8. डॉ. भीमराव उच्च माध्यमिक विद्यालय मुंगेली
9. सरस्वती शिशु मंदिर पेण्डाराकापा
10. नगरपालिका विद्यालय मुंगेली
11. सेंट जेवियर्स स्कूल मुंगेली
12. जेसिस पब्लिक स्कूल मुंगेली

अभियान के तहत बच्चों को थाना स्तर की कार्यवाही, रोजनामचा लेखन, शस्त्रागार की कार्यप्रणाली और कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रक्रिया से परिचित कराया गया। पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली और सूचना आदान-प्रदान की प्रक्रिया दिखाई गई, जबकि सायबर सेल में बच्चों को इंटरनेट सुरक्षा और ठगी से बचने के तरीके बताए गए।

भ्रमण के दौरान बच्चों ने कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी, अति. कलेक्टर सहित वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर उनके दायित्वों को समझा, जिससे उनके आत्मविश्वास और प्रशासनिक समझ में वृद्धि हुई। जिला न्यायालय में उन्हें चालान पेश, वारंट तामील और दंड प्रक्रिया की प्रत्यक्ष जानकारी मिली।
कार्यक्रम के समापन पर सामुदायिक भवन मुंगेली में पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने विद्यार्थियों को जीवन में सही मार्गदर्शन, शिक्षा के महत्व, माता-पिता के साथ संवाद, मोबाइल के सदुपयोग और नशे से दूर रहने के संदेश दिए। उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि वे अच्छे नागरिक बनकर समाज और देश के विकास में योगदान दें।

पुलिस बाल मित्र रोशना डेविड (उड़ान जी एस सोसायटी, महासमुंद), थाना सिटी कोतवाली प्रभारी उपनिरीक्षक गिरजाशंकर यादव, शत्रुहन खूंटे और बबीता श्रीवास ने भी अनुशासन, नैतिकता और आत्मरक्षा के गुर सिखाए।
पुलिस विभाग का यह प्रयास न केवल बच्चों में कानून की समझ बढ़ा रहा है, बल्कि उनमें जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना भी जागृत कर रहा है। “पहल” अभियान, पुलिस-जन संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम साबित हो रहा है।