
मुंगेली, 9 दिसंबर 2024: पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) ने जिले की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए अपराध समीक्षा बैठक का आयोजन किया। यह बैठक पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार कक्ष में आयोजित की गई, जिसमें जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी उपस्थित रहे। इस बैठक का उद्देश्य लंबित अपराधों के निराकरण में तेजी, महिला और बाल अपराधों की रोकथाम और आगामी चुनावों के दौरान शांति बनाए रखना था।
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मुख्य बिंदु
1. लंबित मामलों का त्वरित समाधान
2. महिला और बाल अपराधों पर कड़ी कार्रवाई
3. अवैध मादक पदार्थों और नशीली दवाओं के खिलाफ सख्त अभियान
4. आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के दौरान शांति बनाए रखना
5. साइबर फ्रॉड के मामलों का शीघ्र निपटारा और आरोपियों की गिरफ्तारी
6. गुमशुदा और नाबालिग बच्चों की खोज के लिए विशेष अभियान
7. स्थानीय जनता के साथ सामुदायिक पुलिसिंग और विश्वास बहाली के प्रयास
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लंबित मामलों के निपटारे के निर्देश
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को महिला और बच्चों से संबंधित मामलों, गंभीर अपराधों और पिछले एक वर्ष से लंबित मामलों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लंबित मामलों में किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने सभी पर्यवेक्षण अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लंबित मामलों की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी मामला बिना ठोस कार्रवाई के अधूरा न छोड़ा जाए।
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अवैध मादक पदार्थों और संगठित अपराध पर सख्ती
पुलिस अधीक्षक ने गांजा, नशीली दवाओं और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में लिप्त संगठित अपराधियों पर PIT NDPS ACT के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी थाना और चौकी प्रभारियों को अवैध शराब, जुआ और सट्टा के खिलाफ भी निरंतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
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आगामी चुनावों को लेकर विशेष निर्देश
आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिले के सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हिस्ट्रीशीटर, गुण्डा बदमाश और सजायाफ्ता अपराधियों पर सतत निगरानी रखें। यदि कोई अपराधी शांति और कानून व्यवस्था भंग करने का प्रयास करता है, तो उसे जिला बदर किया जाए। पुलिस अधीक्षक ने चुनाव के दौरान प्रतिबंधात्मक कार्रवाई और बाउंड ओवर नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
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साइबर फ्रॉड के मामलों पर सख्ती
पुलिस अधीक्षक ने साइबर फ्रॉड के मामलों के शीघ्र निराकरण और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। सभी थाना प्रभारियों को NCRP पोर्टल पर लंबित साइबर फ्रॉड मामलों की नियमित समीक्षा करने और जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध के मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाए और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए।
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गुमशुदा और नाबालिग बच्चों की तलाश के निर्देश
बैठक में गुमशुदा व्यक्तियों और नाबालिग बच्चों की तलाश के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया कि वे गुमशुदा और लापता व्यक्तियों की तलाश के लिए विशेष टीम बनाएं और परिवारों से संवाद करके आवश्यक जानकारी प्राप्त करें।
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जनता के साथ सामुदायिक संवाद और विश्वास बहाली
पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय नागरिकों के साथ सामुदायिक संवाद बढ़ाने और पुलिसिंग में जनभागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग से अपराधों को रोकने में सहायता मिलती है। स्थानीय नागरिकों को सूचना स्रोत के रूप में उपयोग करने और जनता के साथ विश्वास और सहयोग बनाए रखने के निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने थाना और चौकी प्रभारियों को स्थानीय लोगों से संवाद बढ़ाने और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के निर्देश दिए।
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बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
बैठक में कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रभारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक: पंकज पटेल, श्रीमती नवनीत कौर छाबड़ा, विवेक शुक्ला
अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) लोरमी: श्रीमती माधुरी धिरही
अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) मुंगेली: एस.आर. घृतलहरे
उप पुलिस अधीक्षक (पथरिया): नवनीत पाटिल
सभी थाना और चौकी प्रभारी
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पुलिस अधीक्षक के प्रमुख निर्देश
1. महिला और बच्चों के मामलों का त्वरित निराकरण – महिला और बच्चों से जुड़े मामलों की त्वरित जांच और शीघ्र कार्रवाई की जाए।
2. लंबित मामलों का समाधान – एक वर्ष या उससे अधिक समय से लंबित मामलों का तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
3. अवैध मादक पदार्थों पर कार्रवाई – गांजा, शराब, जुआ और सट्टे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
4. चुनावों में शांति बनाए रखना – चुनाव के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपराधियों पर सतत निगरानी रखी जाए।
5. साइबर फ्रॉड पर कार्रवाई – साइबर फ्रॉड के मामलों की शीघ्र जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए।
6. गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश – लापता व्यक्तियों और नाबालिग बच्चों की खोज के लिए थाना स्तर पर विशेष टीम बनाई जाए।
7. जनता से जुड़ाव और सामुदायिक संवाद – जनता के साथ सामुदायिक संवाद बढ़ाया जाए और विश्वास बहाली के प्रयास किए जाएं।
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निष्कर्ष
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) की अध्यक्षता में हुई इस अपराध समीक्षा बैठक में अपराध नियंत्रण, लंबित मामलों का निराकरण, मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई और चुनाव के दौरान शांति बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई और सतत निगरानी रखने के आदेश दिए।
बैठक में साइबर फ्रॉड, महिला और बाल अपराधों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई और स्थानीय नागरिकों के साथ सामुदायिक संवाद बढ़ाने के निर्देश दिए गए। इन सभी कदमों का उद्देश्य जिले में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना और जनता का पुलिस पर भरोसा बढ़ाना है। पुलिस विभाग के इन प्रयासों से अपराधों पर अंकुश लगाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
