
मुंगेली। प्रदेशभर में अपनी मांगों को लेकर पिछले 25 दिनों से आंदोलनरत एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के संविदा कर्मचारियों ने गुरुवार को अनोखा प्रदर्शन किया। सरकार की अनसुनी से नाराज कर्मचारियों ने धरना स्थल आगर खेल परिसर से मनोकामना चुनरी यात्रा निकालकर दाऊपारा स्थित मां महामाया मंदिर पहुँचकर पूजा-अर्चना की और 30 मीटर लंबी चुनरी अर्पित कर अपनी पीड़ा माता रानी के चरणों में रखी।

सम्मान और न्याय की उम्मीद के साथ यात्रा
कर्मचारियों का कहना है कि यह यात्रा सिर्फ प्रदर्शन नहीं, बल्कि उनके संघर्ष और उम्मीद का प्रतीक है। माता महामाया से उन्होंने प्रार्थना की कि सरकार जल्द उनकी मांगें पूरी करे, जिससे आंदोलन समाप्त करने का मार्ग निकले।
बड़ी संख्या में कर्मचारी हुए शामिल
चुनरी यात्रा में महिला और पुरुष कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी हाथों में चुनरी थामे नारे लगाते हुए मंदिर तक पहुँचे। मंदिर परिसर में विधिवत पूजा-अर्चना कर चुनरी चढ़ाई गई और सामूहिक रूप से माता से विनती की गई कि सरकार उनकी सुनवाई करे।

संघ अध्यक्ष ने जताई नाराज़गी
एनएचएम संघ के जिला अध्यक्ष पवन निर्मलकर ने कहा कि वे बीते दो दशक से नियमितिकरण और सेवा शर्तों को लेकर संघर्षरत हैं, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिला है। “जब हमारी बातें बार-बार अनसुनी की जा रही हैं, तो हम माता की शरण में आकर सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना कर रहे हैं।”
स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई
लगातार चल रही इस हड़ताल का असर प्रदेश सहित जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर साफ नजर आने लगा है। गरीब और दूर-दराज़ से आने वाले मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं। जिला अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।मरीजों का कहना है कि सरकार और कर्मचारी जल्द से जल्द हल निकालें, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य हो सकें।