
मुंगेली। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा स्वास्थ्यकर्मी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं। मंगलवार को हड़ताल के 24वें दिन कर्मचारियों ने आगर खेल परिसर से रैली निकालकर भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के नाम भाजपा जिलाध्यक्ष दीनानाथ केशरवानी को ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारियों की 10 सूत्रीय मांगों में संविलियन एवं स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड-पे निर्धारण, कार्य मूल्यांकन व्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकंपा नियुक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति और न्यूनतम 10 लाख तक कैशलैस चिकित्सा बीमा सुविधा शामिल हैं।

कर्मचारियों का कहना है कि चुनाव के दौरान ‘मोदी की गारंटी’ के तहत नियमितीकरण का वादा किया गया था, लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी केवल आश्वासन ही मिले हैं। जुलाई 2023 से लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि का लाभ भी अब तक कर्मचारियों को नहीं मिल पाया है।
हड़ताल के चलते जिले के कई आयुष्मान आरोग्य मंदिर और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटक गए हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अधिकारी हड़ताल पर होने से स्कूली बच्चों के इलाज की व्यवस्था भी बाधित हो गई है। ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटके रहने से मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी जायज मांगों को नजरअंदाज कर रही है। 24 दिनों से स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने और आम जनता को भारी परेशानी के बावजूद अब तक कोई भी अधिकारी वार्ता के लिए आगे नहीं आया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आगामी चुनाव में सत्ता पक्ष को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
ज्ञापन रैली में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से –
डॉ. गीतिका, डॉ. विजयलक्ष्मी, डॉ. मोनिका, डॉ. रुपेश, देवी साहू, अमित ठाकुर, शैलेश पिटर, कमलेश्वरी, वैभव, ओम, नम्रता, दिव्या, सुमेध, पुष्पांजलि, रुखमनी, शकुंतला, मेघा, नागेश, बलराम, रोहित, संतोष, सरिता, चन्द्रसेन, राजेन्द्र और गोविन्द शामिल थे।