
मुंगेली: सेवा भारती मुंगेली और भारत माता सेवा समिति द्वारा संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास के प्रकाश पर्व के अवसर पर 15 दिसंबर, रविवार को नगर पालिका विद्यालय प्रांगण में नि:शुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विभिन्न वर्गों के 87 लोगों ने 87 यूनिट रक्तदान किया। रक्तदान करने वाले सभी लोगों को प्रमाण पत्र के साथ 40 लोगों को हेलमेट, 20 लोगों को ईयरफोन और 20 लोगों को लंच बॉक्स देकर सम्मानित किया गया।
शिविर में पत्रकार, फौजी, पुलिस, शिक्षक, कर्मचारी, व्यवसायिक, युवा, महिला और युवक-युवतियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पुलिस विभाग के सुशील बंछोर, जो पिछले 30 वर्षों से अपने जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे हैं, ने भी इस बार रक्तदान किया। उनकी सराहना करते हुए केक काटकर जन्मदिन मनाया गया और उन्हें बधाई दी गई। समिति ने लोगों से श्री बंछोर से प्रेरणा लेने की अपील की।

थैलेसीमिया और सिकलसेल मरीजों के लिए विशेष प्रयास
शिविर में थैलेसीमिया और सिकलसेल के 7 बच्चों और 4 बच्चों के परिवारों को प्रशिक्षण भी दिया गया। शिविर में एकत्र 87 यूनिट रक्त में से आधा रक्त जिला अस्पताल भेजा जाएगा, जबकि शेष रक्त थैलेसीमिया पीड़ित मरीजों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।
रक्तदान के लाभ भी बताए गए
शिविर में लोगों को रक्तदान के लाभ भी बताए गए, जिसमें दिल की बीमारियों और कैंसर के जोखिम को कम करने, रक्त प्रवाह में सुधार करने, वजन घटाने और तनाव कम करने जैसे फायदे शामिल हैं।

विशेष सहयोग और सम्मान
शिविर में बिलासपुर के समाजसेवी संजय मतलानी और जिला अस्पताल मुंगेली के सदस्यों ने भी सहयोग दिया। शिविर का आयोजन स्व. भरत लाल सोनी की स्मृति में किया गया, जिसमें पत्रकार सुशील शुक्ला, फौजी आलोक शर्मा व उनकी पत्नी टुकेश्वरी शर्मा, सुनील बैद्य, आकाश सोनी, राजेश यादव, आशीष तिवारी, ताकेश्वर साहू, कोमल देवांगन सहित कई लोगों ने रक्तदान किया।
प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया
रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र, हेलमेट, ईयरफोन और लंच बॉक्स देकर सम्मानित किया गया। शिविर के आयोजन में आकाश सोनी, आशीष तिवारी, राहुल पाठक, राजा तंबोली, रामकुमार साहू, गजेन्द्र साहू, योगेश ताम्रकार, ताकेश्वर साहू, अमन और विक्की लेडवानी सहित अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह शिविर समाज में रक्तदान के महत्व को बढ़ावा देने के साथ-साथ जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवनदान देने का महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुआ।