
विभागीय जांच हुई, निरीक्षण भी… पर सुधार नहीं – सेमरसल स्कूल के बच्चे अब भी खतरे में

मुंगेली/लोरमी – विकासखंड लोरमी अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेमरसल के विद्यार्थी आज भी जर्जर भवन में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। विद्यालय भवन की सीलिंग से लगातार प्लास्टर गिर रहा है और बरसात में पानी टपकने से बच्चों की सुरक्षा खतरे में है। इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए क्षेत्रीय जनपद सदस्य एवं जनपद पंचायत सभापति विद्यानंद चंद्राकर ने विद्यालय का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षकों से जानकारी ली और विद्यार्थियों का हालचाल जाना। श्री चंद्राकर ने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही जोखिम उठाकर शिक्षा कार्य को जारी रखे हुए हैं, लेकिन यह स्थिति असहनीय है। उन्होंने आश्वस्त किया कि संबंधित विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर शीघ्र ही भवन की मरम्मत और जर्जर कमरों के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ कराया जाएगा।

इस मौके पर पूर्व सरपंच भानु कश्यप, प्रधानपाठक आत्माराम कश्यप, शिक्षक राकेश पांडेय, राजकुमार कश्यप, उमाशंकर सिंह, पुष्पा चतुर्वेदी सहित अन्य शिक्षकगण मौजूद रहे।
गौरतलब है कि 9 जुलाई 2025 को इसी विद्यालय की जर्जर हालत पर समाचार प्रकाशित हुआ था, जिसके बाद विभागीय जांच दल ने भी दौरा किया था। लेकिन अब बड़ा सवाल यह उठता है कि उस जांच का नतीजा आखिर क्या रहा? क्या रिपोर्ट के आधार पर कोई ठोस कार्रवाई हुई या फिर मामला कागजों में ही दब गया?
ग्रामीणों और अभिभावकों का कहना है कि जब तक भवन की मरम्मत और निर्माण कार्य जल्द शुरू नहीं होता, तब तक बच्चों की पढ़ाई और उनकी जान दोनों खतरे में रहेंगी।