
मुंगेली, 26 मार्च 2025 – जनपद पंचायत मुंगेली के जनपद सदस्य जानकी बारमते ने अपने क्षेत्र में पानी की समस्या और शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मुंगेली को दो अलग-अलग ज्ञापन देकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की।

पानी की समस्या के समाधान हेतु ज्ञापन
पहले ज्ञापन में उन्होंने अपने जनपद क्षेत्र नागोपहरी क्रमांक 03 के ग्राम पंचायतों—विचारपुर, राजपुर , केसलीकला, भीमपुरी और नागोपहरी में गंभीर जल संकट की ओर ध्यान आकर्षित कराया।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि इन सभी ग्राम पंचायतों में पेयजल की भारी किल्लत है। गर्मी के मौसम में पानी की समस्या और भी विकराल हो जाती है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों को पीने का पानी लाने के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। उन्होंने मांग की कि इन क्षेत्रों में तत्काल बोर खनन किया जाए, जिससे पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो सके।


शिक्षा व्यवस्था सुधारने की मांग
दूसरे ज्ञापन में ग्राम पंचायत विचारपुर स्थित प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला के जर्जर भवन का मुद्दा उठाया गया। उन्होंने बताया कि यह विद्यालय भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है, जिससे विद्यार्थियों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। विद्यालय भवन के गिरने की आशंका से अभिभावक भी चिंतित हैं। उन्होंने मांग की कि इस विद्यालय भवन की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए, ताकि विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित न हो।
इसके अलावा, उन्होंने ग्राम सोनपुरी में संचालित ईजीएस केंद्र के स्थायी भवन निर्माण की भी मांग की। यह केंद्र 1997 से अस्थायी भवन में संचालित हो रहा है, लेकिन आज तक इसके लिए कोई पक्की संरचना नहीं बनाई गई। वर्तमान में यह विद्यालय जर्जर अवस्था में है, फिर भी यहां प्राथमिक स्तर तक की शिक्षा दी जा रही है। लगभग 120 बच्चे अस्थायी भवन में अध्ययन कर रहे हैं, जिससे उनकी सुरक्षा और सुविधाओं का संकट बना हुआ है। उन्होंने आग्रह किया कि इस विद्यालय के लिए एक पक्का भवन जल्द से जल्द बनाया जाए।
जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता
जनपद सदस्य जानकी बारमते ने कहा कि वे क्षेत्र की जनता की समस्याओं को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। वे प्रशासन से जल्द से जल्द इन समस्याओं के समाधान की अपेक्षा रखती हैं। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते जल संकट और शिक्षा की समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे आगे भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगी।
ज्ञापन सौंपने के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों ने भी उनके प्रयासों की सराहना की और उम्मीद जताई कि प्रशासन जल्द ही इन समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाएगा।