
ठगी का मामला: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.12 करोड़ रुपये की ठगी।
गिरफ्तारी: पश्चिम बंगाल से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
जब्त सामग्री: 35 बैंक खाते, 7 मोबाइल फोन, लैपटॉप, एटीएम और 78 लाख रुपये के चेक की प्रतियां बरामद।
ठगी का तरीका: पीड़ित को शेयर ट्रेडिंग में अधिक रिटर्न का लालच देकर फर्जी लिंक भेजकर ठगा गया।
बड़ा नेटवर्क: भारतभर में आठ जगहों पर 13 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की घटनाएं जुड़ी।
पुलिस की कार्रवाई: साइबर सेल और तमनार पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की गहन जांच शुरू की।
गिरफ्तार आरोपी: गौरहरी मंडल, मैदुल शेख, और चंदन उर्फ बाबू कहार।
विस्तृत समाचार:
रायगढ़ पुलिस ने तमनार क्षेत्र में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का मामला सुलझाते हुए पश्चिम बंगाल से तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी फर्जी एप और म्यूल बैंक खातों के जरिए ठगी को अंजाम देते थे।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि मामले की शिकायत गोपाल कृष्ण शर्मा ने तमनार थाने में दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, पीड़ित को अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा गया था, जिसमें ग्रो एप के माध्यम से हाई रिटर्न का लालच दिया गया। पीड़ित से 1.12 करोड़ रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कराए गए, लेकिन जब पैसे वापस मांगे गए, तो पर्सनल इनकम टैक्स के नाम पर और धनराशि की मांग की गई।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम ने झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में अभियान चलाया। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह ठगी का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है। पुलिस ने इस मामले में अन्य ठगों की पहचान और नेटवर्क के विस्तार का भी संदेह जताया है।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है और गहराई से जांच कर रही है। मामले से जुड़ी और जानकारी जुटाने के लिए पुलिस अन्य राज्यों की भी मदद ले रही है।