
मुंगेली: रोहित शुक्ला का नाम आज हर गली और चौराहे पर गूंज रहा है। बिना किसी बड़े प्रचार-प्रसार के ही उन्होंने जनता के बीच अपनी पहचान बना ली है। चुनावी विश्लेषकों के अनुसार, उन्हें सबसे ज्यादा समर्थन उन वार्डों से मिला है जहां उन्होंने निस्वार्थ भाव से लोगों के बीच सेवा की है । कुछ वार्डों में उतने वोट न मिलने के बावजूद लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता चरम पर रही।
जनता ने बताया— “हमारे सुख-दुख में हमेशा खड़े रहते हैं रोहित”

शहर में हर नुक्कड़, दुकान और सभा में लोग बस एक ही नाम ले रहे हैं— रोहित शुक्ला। दिलचस्प बात यह है कि कई लोग जिन्होंने कभी रोहित से मुलाकात तक नहीं की, वे भी उनकी तारीफ करते दिखे। एक मतदाता ने कहा, “मैंने कभी उनसे बात नहीं की, लेकिन उनकी छवि ऐसी है कि मैं बिना सोचे-समझे उन्हें ही वोट दूंगा।”
जनता की सेवा बनी जीत की कुंजी
स्थानीय लोगों का कहना है कि रोहित शुक्ला हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। उनकी यही दरियादिली उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाती रही। जानकारों का मानना है कि उनकी यह छवि ही चुनाव में उनकी बढ़त का मुख्य कारण बनी है।
बजरंगबली का आशीर्वाद, जनता का विश्वास

चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए रोहित शुक्ला ने कहा, “यह मेरी नहीं, जनता की जीत है। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा। बजरंगबली की कृपा और जनता का प्यार मेरे साथ है।”
अब देखना होगा कि यह बढ़त उन्हें कितनी सफलता दिलाती है और जनता के लिए वे आगे क्या कदम उठाते हैं।