
छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के नए अध्यक्ष विशेषर पटेल के खिलाफ डॉक्टर सूर्यकांत भारती से मारपीट करने का आरोप है, जिसके चलते उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य सरकार ने हाल ही में पटेल को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है, साथ ही इस मामले को वापस लेने के लिए आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
मामला राजनीतिक नहीं, आपराधिक है: IMA
इस निर्णय पर भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने आपत्ति जताई है और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, मुख्य सचिव और विधि सचिव को पत्र लिखा है। आईएमए ने कहा है कि पटेल (CG Cow Service Commission Chairman Vishesh Patel) के खिलाफ दर्ज मामला राजनीतिक नहीं, बल्कि आपराधिक है।
आईएमए के डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. दिग्विजय सिंह और डॉ. अनिल जैन ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में बताया कि कबीरधाम के सक्षम न्यायालय में दर्ज मामले में धारा 294, 323, 506 बी, 34, एट्रोसिटी एक्ट की धाराएं और छत्तीसगढ़ चिकित्सा सेवक तथा चिकित्सा सेवा अधिनियम, 2010 की धाराएं लागू हैं।
न्यायालय से न्याय की उम्मीद: IMA
उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने इस मामले को वापस लेने की अनुशंसा की है। मामले से जुड़े डॉक्टर, डॉ. सूर्यकांत भारती ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर को सूचित किया है कि उनके खिलाफ मामले को वापस लेने का प्रयास उनकी इच्छा के खिलाफ किया जा रहा है। वह इस मामले में शासन और न्यायालय से न्याय की उम्मीद रखते हैं।
आईएमए रायपुर संगठन ने डॉ. सूर्यकांत भारती के साथ हुई मारपीट, जातिवादी गालियां देने और अपमानित करने की घटनाओं का विरोध किया है और न्यायालय से न्याय की उम्मीद जताई है। आईएमए ने शासन द्वारा की जा रही इस कार्यवाही को वापस लेने की अपील की है।