
लोरमी (मुंगेली)।
शादी समारोह में शामिल होने गए शिक्षक दंपति के सूने घर को चोरों ने अपना निशाना बना लिया। बीती शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात अज्ञात चोरों ने लोरमी थाना क्षेत्र के ग्राम गांधी डीह, वार्ड क्रमांक 9 में निवासी शिक्षक सत्यनारायण त्रिपाठी के मकान का ताला तोड़कर लगभग 20 लाख रुपये की संपत्ति पार कर दी।

जानकारी के अनुसार, शिक्षक त्रिपाठी 14 मई को अपने परिवार के साथ ग्राम अंजनिया, मंडला (म.प्र.) में शादी समारोह में शामिल होने गए थे। इसी दौरान अज्ञात चोरों ने उनके सूने मकान को निशाना बनाते हुए घर के पीछे की बाउंड्री वॉल से कूदकर चैनल गेट और मुख्य द्वार का ताला तोड़कर घर में प्रवेश किया।
चोरों ने घर के अंदर रखी आलमारी और वार्डरोब का ताला तोड़कर 15 तोला सोना, 50 ग्राम चांदी के गहने, और 4 लाख रुपये नकद पार कर दिए। चोरी हुए गहनों में सोने का हार, कंगन, अंगूठियां, चेन, मंगलसूत्र, झुमके, चांदी के पायल और सिक्के शामिल हैं।
शनिवार सुबह त्रिपाठी के मकान में किराए पर रहने वाले अधिवक्ता वीरेंद्र कश्यप ने टूटा हुआ ताला देखकर तुरंत उन्हें और पुलिस को सूचना दी। मौके पर लोरमी थाना प्रभारी अखिलेश वैष्णव, उप निरीक्षक एस.एल. गोरले, डॉग स्क्वायड सहित पुलिस टीम पहुंची और घटनास्थल का बारीकी से मुआयना कर जांच शुरू की।

चोर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर
पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन टीमों का गठन किया है। एसडीओपी नवनीत पाटिल ने बताया कि जांच में खोजी कुत्ते की मदद ली जा रही है और कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। लेकिन अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं मिल सका है।
इलाके में दहशत का माहौल
उल्लेखनीय है कि त्रिपाठी के घर के सामने 50 बिस्तर का अस्पताल है, जहां शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल क्षेत्र में देर रात तक शराबखोरी और हुल्लड़ मचाने की घटनाएं आम हैं, जिससे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
पूर्व में भी हो चुकी है चोरी
गौरतलब है कि 3 अप्रैल को इसी मोहल्ले में शिक्षक आलोक सोनी के घर और उनकी ज्वेलर्स की दुकान में भी चोरी हुई थी, जिसमें चोरों ने 3.5 लाख रुपये के जेवरात और नकदी पार की थी। वह मामला अभी तक अनसुलझा है।
लोगों की मांग – गश्त बढ़ाई जाए, असामाजिक तत्वों पर हो कार्रवाई
लगातार हो रही चोरियों से क्षेत्र में दहशत है। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि रात में गश्त बढ़ाई जाए और अस्पताल परिसर में घूमने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।