
मुंगेली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और भारतीय जनता पार्टी के प्रेरणास्रोत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को सोमवार, 23 जून 2025 को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिवस के रूप में श्रद्धा के साथ मनाया। इस अवसर पर जिला भाजपा कार्यालय मुंगेली में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर डॉ. मुखर्जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।

इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता द्वारिका जायसवाल ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रवादी विचारों को याद करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाना चाहते थे और धारा 370 को समाप्त करने की वकालत संसद में की थी। उन्होंने 1952 में जम्मू-कश्मीर की विशाल रैली में संकल्प लिया था कि “या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊंगा या फिर इस उद्देश्य के लिए अपना जीवन बलिदान कर दूंगा।”
जिला मीडिया प्रभारी एवं प्रदेश आईटी सेल कार्यसमिति सदस्य सुनील पाठक ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने 1953 में बिना परमिट के कश्मीर जाने का साहसिक निर्णय लिया और वहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 23 जून 1953 को जेल में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया और परमिट प्रणाली समाप्त कर दी गई।
पूर्व नगर महामंत्री रामशरण यादव ने कहा कि डॉ. मुखर्जी के जीवन से हमें प्रेरणा लेकर राष्ट्र सेवा का संकल्प लेना चाहिए। युवामोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य यश गुप्ता ने उनके प्रसिद्ध नारे “एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे” को याद किया।
गणेश बाजपेयी, जिला कार्यालय मंत्री कोटूमल दादवानी, नगर महामंत्री मन्नूलाल श्रीवास्तव (संचालन) एवं महावीर सिंह (आभार) सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से जिला मंत्री श्रीमती सरस्वती सोनी, श्वेता सोनी, गायत्री भोई, रितिमा लाल, यशोदा यादव, रमेश बुनकर, विजय यादव, सुनील सोनी, हीरालाल साहू, शैलेंद्र यादव, अनूप जैन, होरीलाल सोनकर, राहुल पाठक, रविन्द्र केशरवानी, प्रमोद जांगड़े, विजेंद्र देवांगन, पवन मिश्रा, संतोष लखवानी, हरीश दरड़ा, सचिन यादव आदि शामिल थे।
सभा में सभी ने डॉ. मुखर्जी के बलिदान को नमन करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।