
118 ग्राम पंचायतें हुई टीबी मुक्त, 2025 तक पूरे जिले को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प
मुंगेली, 25 मार्च 2025 // जिला कलेक्टोरेट परिसर स्थित जनदर्शन हॉल में आज विश्व क्षय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर “जन-जन का रखें ध्यान, टीबी मुक्त भारत अभियान” थीम पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने वर्ष 2023 में 44 ग्राम पंचायतों और वर्ष 2024 में 74 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किए जाने पर प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान 2025 के अंत तक पूरे जिले को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया।


टीबी मुक्त जिला बनाने की दिशा में सफलता
कलेक्टर ने अपने संबोधन में कहा कि जिले में निक्षय टीम के माध्यम से टीबी उन्मूलन के लिए एक प्रभावी मुहिम चलाई गई, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे अपने क्षेत्रों में इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि स्वस्थ शरीर ही सबसे बड़ा वरदान है, इसलिए सभी को स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक रहना चाहिए ताकि बीमारियों से बचा जा सके।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रभात चंद्र प्रभाकर ने टीबी के लक्षणों, बचाव और उपचार की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
118 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित
जिला कार्यक्रम प्रबंधक गिरीश कुर्रे ने जानकारी दी कि अब तक 118 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जा चुका है और आगे भी इस दिशा में कार्य जारी रहेगा।
जिला क्षय अधिकारी सुदेश रात्रे ने टीबी मुक्त भारत अभियान, टीबी मुक्त पंचायत अभियान और निक्षय निरामय अभियान के तहत सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान डीपीसी अमिताभ तिवारी, डीपीपीएमसी अमित सिंह, पीएमडीटी समन्वयक धीरज रात्रे, एसटीएस सुमेश जायसवाल, काउंसलर दिलीप बंसत, लेखापाल कैलाश जायसवाल, डाटा एंट्री ऑपरेटर संतोष वर्मा, एसटीएलएस संदीप मसीह, सुरेंद्र लहरे सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
