
मुंगेली।
समाधान शिविर के दौरान जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच उस वक्त तनाव का माहौल बन गया, जब नगर पालिका अध्यक्ष रोहित शुक्ला ने मंच से बिजली संकट और झूठे आरोपों को लेकर विभागीय अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित सुशासन शिविर में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि जनता के हक की लड़ाई में उन्हें जेल भी जाना पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगे।

शुक्ला ने आरोप लगाया कि मुंगेली शहर लगातार बिजली संकट से जूझ रहा है, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी न फोन उठाते हैं, न समाधान देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब उन्होंने जनता की समस्याओं को लेकर आवाज उठाई, तो सीएमओ की ओर से पुलिस विभाग में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का प्रयास किया गया।
अध्यक्ष ने कहा, “जनता के हित में बोलना अब अपराध माना जा रहा है। मगर मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि चाहे किसी भी हद तक दबाव बनाया जाए, मैं जनता के साथ खड़ा रहूँगा। अगर जेल जाना पड़ा, तो जाऊँगा, लेकिन जनता के साथ अन्याय नहीं होने दूँगा।”
उनकी इस घोषणा पर शिविर में उपस्थित लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका समर्थन किया। वहीं, कार्यक्रम में सीएमओ और बिजली विभाग के अधिकारियों को जनता और जनप्रतिनिधियों की तीखी नाराजगी का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ तीखे संवाद भी मंच और नीचे बैठे प्रतिनिधियों के बीच हुए।
नगर में शुक्ला के इस तेवर को लेकर चर्चा गरमा गई है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठाता है।