
मुख्यमंत्री ने की गुरु गद्दी की पूजा, शांति के प्रतीक श्वेत ध्वज का किया ध्वजारोहण
मुंगेली। गुरु घासीदास बाबा की 268वीं जयंती के अवसर पर मुंगेली के लालपुर धाम में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और मंत्री दयाल दास बघेल सहित कई गणमान्य नेता मौजूद रहे। मंच पर बाबा के अनुयायियों ने सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
गुरु गद्दी की पूजा और शांति ध्वज का ध्वजारोहण
लालपुर धाम स्थित गुरु घासीदास बाबा के मंदिर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य मंत्रीगण गुरु गद्दी की पूजा करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान शांति के प्रतीक श्वेत ध्वज का ध्वजारोहण किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “18वीं शताब्दी में जब समाज में ऊंच-नीच और छुआछूत का बोलबाला था, उस समय बाबा गुरु घासीदास जी ने समानता और मानवता का संदेश दिया।”
“शिक्षा ही समाज के विकास का मूलमंत्र” – सीएम साय
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि “हमारी सरकार ने रामलला दर्शन योजना चलाई है, जिसके तहत 20,000 से अधिक राम भक्त अयोध्या में रामलला के दर्शन कर चुके हैं। मैं समाज के लोगों से विशेष रूप से कहना चाहता हूं कि शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रयास करें, क्योंकि यही समाज के विकास का मूलमंत्र है।”
“बाबा ने मनखे-मनखे को जोड़ा” – केंद्रीय मंत्री तोखन साहू
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने गुरु घासीदास बाबा के जीवन और विचारों की चर्चा करते हुए कहा, “बाबा जी के पास अलौकिक शक्ति थी और उन्होंने मानव-मानव को जोड़ने का कार्य किया। आज हम सब उनकी 268वीं जयंती मनाने के लिए यहां जुटे हैं। हिंदुस्तान और छत्तीसगढ़ की पावन धरती धन्य है, जहां बाबा गुरु घासीदास जी का जन्म हुआ।”
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 60 लाख की घोषणा
गुरु घासीदास बाबा के मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 50 लाख रुपये देने की घोषणा की। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने भी मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता की घोषणा की। इस घोषणा से अनुयायियों में उत्साह और खुशी का माहौल देखा गया।
इस भव्य कार्यक्रम में हजारों की संख्या में बाबा के अनुयायी शामिल हुए और गुरु घासीदास बाबा के संदेशों और आदर्शों का स्मरण किया।