मुंगेली: नगर पालिका परिषद उपाध्यक्ष चुनाव में अप्रत्याशित नतीजे सामने आए हैं। कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद, भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश मिश्रा (पप्पी) 13 मतों के साथ विजयी रहे, जबकि कांग्रेस के अरविंद वैष्णव को केवल 9 मत मिले। एक वोट अवैध घोषित हुआ।
भाजपा और कांग्रेस दोनों में क्रॉस वोटिंग, गद्दार कौन?

कुल 23 मतों में कांग्रेस के 12 (11 पार्षद + अध्यक्ष) होने के बावजूद, 6 वोटों में हेरफेर की खबरें आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के 4 पार्षदों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया, जबकि भाजपा के 2 पार्षदों ने कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट दिया। इससे पहले भी ऐसे चुनावों में गड़बड़ी देखी गई थी।

भाजपा में जश्न, कांग्रेस में असंतोष – भीतरघात से बदला खेल
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि “गद्दार” कौन हैं? कांग्रेस के भीतर बगावत क्यों हुई? भाजपा के भी कुछ मत कांग्रेस को क्यों मिले? इन सवालों को लेकर दोनों दलों में मंथन शुरू हो गया है। जनता के बीच भी इस बात की चर्चा है कि उनके चुने हुए प्रतिनिधि “वफादार” हैं या “बिकाऊ”?
भाजपा की रणनीति या कांग्रेस की कमजोरी?
भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश मिश्रा वरिष्ठ पार्षद और संगठन के करीबी माने जाते हैं, उनकी जीत को भाजपा की रणनीतिक सफलता बताया जा रहा है। वहीं कांग्रेस के लिए यह हार आत्ममंथन का विषय बन गई है। क्या यह पार्टी के अंदरूनी मतभेद का परिणाम है, या फिर यह चुनावी रणनीति का हिस्सा था? आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरण और भी दिलचस्प मोड़ ले सकते हैं।