
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के स्पष्ट और कड़े निर्देशों के अनुपालन में राज्य में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर रोक लगाने हेतु आबकारी विभाग ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य स्तरीय उड़नदस्ते की औचक जांच में बलौदाबाजार, महासमुंद और राजनांदगांव जिलों में बड़ी मात्रा में अवैध शराब जब्त होने के बाद तीन आबकारी सर्किल प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं विभाग के 6 वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।
बलौदाबाजार जिले में कार्रवाई:
ग्राम बनसांकरा में अप्रैल माह में छापामार कार्रवाई के दौरान मध्यप्रदेश से लाई गई 104 पेटी विदेशी मदिरा जब्त की गई। मामले में वृत्त प्रभारी मोतिन बंजारे को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, जिला आबकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह और मंडल प्रभारी जलेस सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
महासमुंद जिले में पकड़:
3 मई 2025 को बागबाहरा क्षेत्र में 14 पेटी देशी शराब, 8 पेटी गोवा राज्य की मदिरा, 14 पेटी उड़ीसा की बीयर और 13 नग विदेशी शराब जब्त की गई। इस पर वृत्त प्रभारी मुकेश कुमार वर्मा को निलंबित किया गया है। जिला आबकारी अधिकारी निधिश कोष्ठी और मंडल प्रभारी उत्तम बुद्ध भारद्वाज से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
राजनांदगांव में सबसे बड़ी जब्ती:
डोंगरगढ़ स्थित फार्म हाउस से पुलिस ने 432 पेटी विदेशी मदिरा, भारी मात्रा में खाली बोतलें, लेबल, ढक्कन और 4 हजार नकली होलोग्राम जब्त किए। इस मामले में वृत्त प्रभारी अनिल कुमार सिंह को निलंबित किया गया है जबकि तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त यदुनंदन राठौर और मंडल प्रभारी संदीप सहारे को नोटिस जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के कारोबार पर राज्य सरकार ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपना रही है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आबकारी सचिव मुकेश बंसल और आयुक्त श्याम धावडे ने सभी जिलों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अवैध मदिरा की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जाए।